कामधेनु विश्वविद्यालय में कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण का समापन
दुर्ग - दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के घटक स्ट्रेन्दनिंग एग्ज़िसटिंग ए.आई. सेंटर्स (Strengthening existing AI centers) के उपघटक रिफ्रेशर ट्रेनिंग ऑफ अदर एग्ज़िसटिंग ए.आई. वर्कर्स (Refresher training of other existing AI workers) के अंतर्गत छ.ग. के सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्र अधिकारी (AVFO) का पांच दिवसीय कृत्रिम गर्भाधान रिफ्रेशर प्रशिक्षण दिनांक 13 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण संस्थान, पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोरा, दुर्ग में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से कुल 48 सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्र अधिकारी प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण में गायों एवं भैंसों के साथ-साथ बकरी में भी कृत्रिम गर्भाधान का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में कृत्रिम गर्भाधान की नवीन तकनीक, बीज संग्रहण एवं संरक्षण तथा सफल निषेचन की उन्नत विधियों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति ने अपने उद्बोधन में प्रशिक्षणार्थियों को कृत्रिम गर्भाधान की पुरानी तकनीक को प्रदेश के किसानों एवं पशुपालकों तक अधिक प्रभावी रूप से पहॅुचाने हेतु प्रेरित किया ताकि छत्तीसगढ़ का दुग्ध उत्पादन राष्ट्रीय औसत तक पहुॅच सके।
मैत्री प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी/विभागाध्यक्ष डॉ.एम.के.अवस्थी ने इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण में कृत्रिम गर्भाधान के विभिन्न पहलुओं जैसे उसकी तैयारी, उचित परिचालन क्रियाविधि, तरल नत्रजन, कंटेनर का उपयोग एवं प्रबंधन, हिमीकृत वीर्य का रख-रखाव, कृत्रिम गर्भाधान से जुड़ी पशुओं में आसमानताऐं एवं गर्भ परीक्षण, मादा जननांग तथा कृत्रिम गर्भाधान को सफल बनाने के कारक जैसे उचित पोषण प्रबंधन, स्वास्थ्य प्रबंधन एवं आवास प्रबंधन की जानकारी सैद्वांतिक एवं प्रायोगिक व्याख्यानो द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।
पांच दिवसीय प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में कुलपति डॉ. आर.आर.बी. सिंह, कुलसचिव, डॉ. भानूप्रताप राठिया, अधिष्ठाता, एवं निदेशक विस्तार शिक्षा, डॉ. संजय शाक्य, नोडल अधिकारी, मैत्री प्रशिक्षण डॉ. एम. के. अवस्थी, सहायक नोडल अधिकारी, मैत्री प्रशिक्षण डॉ. अमित कुमार गुप्ता, विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ.दिलीप चौधरी, डॉ.मीनू दुबे, डॉ.आर.सी.रामटेके, डॉ.निषिमा सिंह, डॉ.केशर परवीन एवं प्रशिक्षण की पूरी टीम उपस्थित रही। इस प्रशिक्षण के माध्यम से प्रतिभागियों को उन्नत तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान प्रदान कर उन्हे अपने अपने क्षेत्रों में अधिक प्रभावी कृत्रिम गर्भाधान सेवायें देने हेतु सक्षम बनाया गया एवं अंत में सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीप्ति किरण बरवा, सहायक प्राध्यापक एवं डॉ. सूर्यकांत साहू द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
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