ओबीसी संगठनों ने किया ओबीसी श्रेणी में  मराठा आरक्षण का विरोध          


     नागपुर संभाग में 3 सितंबर को एक दिवसीय 'इशारा आंदोलन'

गोंदिया-

नागपुर संभाग के ओबीसी संगठनों ने ओबीसी श्रेणी में मराठा समुदाय को आरक्षण दिए जाने के संभावित फैसले का कड़ा विरोध जताया है। ओबीसी आरक्षण की रक्षा के लिए 3 सितंबर को नागपुर संभाग के सभी छह जिलों में एक दिवसीय 'इशारा आंदोलन' बुलाने का निर्णय लिया गया है। ओबीसी संगठनों ने मराठा आरक्षण के संबंध में कोई भी अनुचित निर्णय लिए जाने पर एक विशाल मार्च और आमरण अनशन करने की भी तैयारी दिखाई है।

मराठा आरक्षण को ओबीसी से अलग करने की मांग को लेकर नागपुर संभाग के छह जिलों के ओबीसी संगठनों की एक महत्वपूर्ण बैठक नागपुर में हुई। इस बैठक में ओबीसी आरक्षण की रक्षा के लिए आवश्यक उपायों पर चर्चा की गई। इस बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया कि किसी भी परिस्थिति में मराठा समुदाय को असंवैधानिक तरीके से ओबीसी वर्ग में आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। 

मुख्य मांगें और प्रस्ताव:-

सरकार तुरंत जातिवार जनगणना कराए। 50% आरक्षण की सीमा हटाकर जनसंख्या के अनुसार सभी को आरक्षण दिया जाए। सरकार को मराठा प्रदर्शनकारियों के दबाव में कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए और ओबीसी के आरक्षण की रक्षा करनी चाहिए। यदि ओबीसी आरक्षण पर आंच आती है, तो नागपुर संभाग के छह जिलों में एक विशाल मार्च और भूख हड़ताल की जाएगी।

 बैठक में भंडारा, आमगांव नागपुर, लाखांदूर, वडसा, सड़क अर्जुनी गोंदिया, गढ़चिरौली, चंद्रपुर और वर्धा जिलों के विभिन्न ओबीसी संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।ओबीसी युवा अधिकार मंच के मुख्य संयोजक उमेश कोर्राम ने कहा कि ओबीसी संगठन सरकार के हर फैसले पर कड़ी नज़र रखेंगे। अगर ओबीसी आरक्षण पर कोई आंच आती है, तो उसका कड़ा विरोध किया जाएगा।

उपस्थित पदाधिकारी:-उमेश कोर्राम, खेमेंद्र कटरे, रोशन उरकुडे, गोपाल,  सेलोकर, अशोक लांजे,प्रभाकर वैरागडे, समीक्षा गणेशे, भूमेश शेंडे, सी.डी चौधरी, श्रावण फरकाडे, मनोज चव्हाण, जयंत झोडे, तुळशीराम बोंद्रे, एस आर पडोळे, सुभाष पाल, पी.एम समरीत, बादल कामबडी, डॉ.तेजस्विनी बेले, भाऊराव वंजारी, सुहास धमगाये, लोकमान्य बर्डे, चक्रधर पारधी, आशुतोष लांबट, तिलक खवास, राहुल तिखट, मनोज वानखेडे, कुलदीप सोनकुसरे, रमण शिवणकर, मनीष गिरडकर, धीरज भिशीकर, विकास चुटे, अमित हिंगणकर, कृतल आकरे, प्रतीक बावनकर, पियुष आकरे, शुभम तिखट, प्रतीक इंगळे, खेमराज मेंढे, संजीव भुरे, रवींद्र मानकर आणि इतर युवक कार्यकर्ते उपस्थित  थे