सरकारी नियंत्रण से मंदिरों को मुक्ति लिए विश्व हिंदू परिषद का अभियान 

गोंदिया- 

हिंदू देवी देवताओं के मंदिरों के सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराने को संदेश लेकर निकले विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संगठक मिलिंद परांडे जो दुर्गा वाहिनी के 07 दिवसीय विदर्भ प्रांत सम्मेलन में पधारे है ,उन्होंने  परिषद में जानकारी देते हुे  कहा कि हिंदू देवी देवताओं मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण है जबकि अन्य धर्मो के धार्मिक स्थलों पर किसी भी प्रकार का नियंत्रण नहीं है. इसलिए विश्व हिंदू परिषद द्वारा इन मंदिरों के सरकारी नियंत्रण से मुक्ति के लिए अभियान चलाया जा रहा है।


     संपूर्ण देश में साधु, संतों सरकार के मंत्रियों, सांसदों ,सभी राज्यों के विधायकों से संपर्क करने काअभियान शुरू है तथा वर्ष के अंत तक देश में हिंदू देवी देवताओं के मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति दिलाने हेतु संकल्प लिया गया है। 
    देश में धर्मांतरण विरोधी कानून लाने के लिए भी विश्व हिंदू परिषद द्वारा अभियान चलाया जा रहा है साथ ही गौ हत्या विरोधी कानून भी सरकार से मंजूर करने के लिए विश्व हिंदू परिषद प्रयासरत हैं।
    गोंदिया के प्रोग्रेसिव्ह विद्यालय में दुर्गा वाहिनी का4यकर्ताओं के लिए 07 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है जिसमें विदर्भ के सभी जिलों से सैकड़ो की संख्या में युवतियाँ  प्रशिक्षण शिविर में शामिल है।इस शिविर के माध्यम से महिलाओं व युवतियों के व्यक्तित्व विकास के साथ भारत के इतिहास की जानकारी, हिंदू धर्म, संस्कार, महिला सुरक्षा, दंड युद्ध कला व युद्ध कला का प्रशिक्षण के साथ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग, व्यायाम व व्यक्तित्व विकास के लिए प्रवचन, भजन के साथ प्रथमोपचार के साथ समाज सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि की कार्यशाला आयोजित होने वाली है।पत्र परिषद में प्रशांत तितरे, नवीन जैन, देवेश मिश्रा, राजू वालिया आदि उपस्थित थे।