अपनी बेगुनाही साबित करने अरुण दरयानी ने लिया प्रेस का सहारा, प्रेस वार्ता में लगाए पुलिस वालों पर गंभीर आरोप

गोंदिया- 17 मई

अरुण दरयानी ने लिया प्रेस का सहारा, प्रेस वार्ता में  पुलिस वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए  उन्होंने बताया कि  पुलिस उसे थाने ले गई और बिना किसी कारण के उसकी पिटाई की, जबकि उसने कोई अपराध नहीं किया था। उन पर हमला करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बजाय उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कर दिया गया। पुलिस अधिकारी उन पुलिसकर्मियों का समर्थन कर रहे हैं जिन्होंने निष्पक्ष जांच किए बिना लोगों की पिटाई की।

गोंदिया निवासी शिकायतकर्ता अरुण दरयानी ने बताया कि यदि एक सप्ताह के अंदर मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ उच्च अधिकारी कार्रवाई नहीं की गई तो वह हाईकोर्ट में अपील करेंगे। दरयानी ने बताया कि 2 मार्च 2025 को दो महिलाएं उनके बगल में लड़ रही थीं। इसी दौरान पुलिस कांस्टेबल महेंद्र ताजणे और एक अन्य कांस्टेबल वहां पहुंचे। जब उसने अपने भाई ईश्वर को फोन किया तो उसने बताया कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। इस बीच, ताजने ने ईश्वर का कॉलर पकड़ लिया और अपनी पुलिसिया धौंस दिखाते हुए उसे जमीन पर पटकने की धमकी दी। इस बीच, मेरी बहन रेखा दरयानी और मैंने पूछा कि ईश्वर को कॉलर पकड़कर क्यों धमकाया गया। उसके बाद हम तीनों घर चले गये। हालांकि, एक घंटे बाद कांस्टेबल ताजने और आठ अन्य पुलिसकर्मी पुलिस वाहन में उसके घर पहुंचे और उसे यह कहते हुए शहर पुलिस थाने ले गए कि साहब उन्हें बुला रहे हैं।

इस समय कांस्टेबल ताजने ने उसे पुलिस उपनिरीक्षक चन्नावार की कोठरी में ले जाकर 25 से 30 थप्पड़ मारे तथा कॉलर पकड़कर उसे झूठे अपराध में फंसाने की धमकी दी तथा उस पर यह स्वीकार करने का दबाव बनाया कि वह माने ,उसने उसके साथ दुर्व्यवहार किया है। दरयानी ने कहा कि ताजने ने उसी दिन रात 10.21 बजे उनके खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतों के बावजूद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पुलिसकर्मियों का सहयोग कर रहे हैं। घटना के सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ की गई है। पुलिस ने तीनों गवाहों के बयान स्वेच्छा से दर्ज किए तथा कोरे कागजों पर उनके हस्ताक्षर लिए।

     ये सभी शिकायतें मुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण, गोंदिया के पुलिस अधीक्षक, पालकमंत्री और विधायक विनोद अग्रवाल के समक्ष दर्ज कराई हैं। दरयानी ने कहा कि अगर एक सप्ताह के भीतर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो हम हाईकोर्ट में अपील करेंगे और मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। इस मौके पर रेखा दरयानी, पुरूषोत्तम दरयानी, सुनील खत्री, लक्ष्मी खेमचंदानी आदि मौजूद रहे।

  सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ किे जाने के आरोप पर गोंदिया शहर,पुलिस निरीक्षक,किशोर पर्वत का कहना है कि  -  अरुण दरयानी से अपेक्षा की गई थी कि वह कार्रवाई करने गई पुलिस के साथ सहयोग करेंगे। उन्होंने पुलिस पर झूठे आरोप लगाए हैं। सीसीटीवी कैमरों के नियंत्रण से छेड़छाड़ संभव नहीं है, दरयानी के आरोप निराधार हैं।